मां ने क्यों रखा था CJI चंद्रचूड़ का नाम धनंजय? फेयरवेल स्पीच में बचपन का किस्सा सुनाते चीफ जस्टिस हुए भावुक
नई दिल्ली: देश के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का आज लास्ट वर्किंग डे था। सीजेआई के तौर पर अपने आखिरी कार्यकारी दिन पर उन्होंने 45 केसों की सुनवाई की। उसके बाद शाम को फेयरवेल स्पीच में उन्होंने अपने बचपन से जुड़े कई किस्से सुनाए।
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नई दिल्ली: देश के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का आज लास्ट वर्किंग डे था। सीजेआई के तौर पर अपने आखिरी कार्यकारी दिन पर उन्होंने 45 केसों की सुनवाई की। उसके बाद शाम को फेयरवेल स्पीच में उन्होंने अपने बचपन से जुड़े कई किस्से सुनाए।जब भावुक हो गए चीफ जस्टिस
उन्हीं किस्सों के बीच जब वो अपनी मां से जुड़ा एक किस्सा सुना रहे थे तो वो भावुक हो गए। उन्होंने बताया कि उनकी मां ने उनका नाम धनंजय क्यों रखा? चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि मेरी मां ने मुझे बचपन में कहा था कि मैंने तुम्हारा नाम धनंजय रखा है लेकिन तुम्हारे धनंजय का धन भौतिक संपत्ति नहीं हैं। मैं चाहती हूं कि तुम ज्ञान अर्जित करो।
दिल छू लेगी पुणे वाले घर की कहानी
इसके बाद उन्होंने अपने पिता के बारे में बताते हुए कहा कि मेरे पिता ने पुणे में यह छोटा सा फ्लैट खरीदा था। मैंने उनसे पूछा, आखिर आप पुणे में फ्लैट क्यों खरीद रहे हैं? हम कब जाकर वहां रहेंगे? उन्होंने कहा, मुझे पता है कि मैं वहां कभी नहीं रहूंगा। मुझे नहीं पता कि मैं कितने समय तक तुम्हारे साथ रहूंगा, लेकिन इस फ्लैट को तब तक रखना जब तक तुम जस्टिस के रूप में अपनी सेवा पूरी नहीं कर लेते। मैंने उनसे पूछा, ऐसा क्यों? तो उन्होंने कहा कि अगर कभी तुम्हें लगे कि तुम्हारी नैतिकता या बौद्धिक ईमानदारी से समझौता हो रहा है, तो मैं चाहता हूं कि तुम्हें यह पता हो कि तुम्हारे सिर पर छत है। उन्होंने आगे कहा कि मेरे पिता ने कहा था कि वकील या जज रहते हुए कभी भी ये सोचकर अपने उसूलों से समझौता मत करना कि तुम्हारे पास अपना घर नहीं है।
भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश (CJI) बनने जा रहे न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने आज न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट को और बेहतर बनाने के लिए उल्लेखनीय काम किया है। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) द्वारा आयोजित विदाई समारोह में न्यायमूर्ति खन्ना ने कहा कि चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट को सभी के लिए सुलभ बनाने की कोशिश की। न्यायमूर्ति खन्ना ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ के जाने से सुप्रीम कोर्ट में एक बड़ा खालीपन आएगा। उनके जाने से निश्चित रूप से नुकसान होगा।
जब भावुक हो गए चीफ जस्टिस
उन्हीं किस्सों के बीच जब वो अपनी मां से जुड़ा एक किस्सा सुना रहे थे तो वो भावुक हो गए। उन्होंने बताया कि उनकी मां ने उनका नाम धनंजय क्यों रखा? चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि मेरी मां ने मुझे बचपन में कहा था कि मैंने तुम्हारा नाम धनंजय रखा है लेकिन तुम्हारे धनंजय का धन भौतिक संपत्ति नहीं हैं। मैं चाहती हूं कि तुम ज्ञान अर्जित करो।दिल छू लेगी पुणे वाले घर की कहानी
इसके बाद उन्होंने अपने पिता के बारे में बताते हुए कहा कि मेरे पिता ने पुणे में यह छोटा सा फ्लैट खरीदा था। मैंने उनसे पूछा, आखिर आप पुणे में फ्लैट क्यों खरीद रहे हैं? हम कब जाकर वहां रहेंगे? उन्होंने कहा, मुझे पता है कि मैं वहां कभी नहीं रहूंगा। मुझे नहीं पता कि मैं कितने समय तक तुम्हारे साथ रहूंगा, लेकिन इस फ्लैट को तब तक रखना जब तक तुम जस्टिस के रूप में अपनी सेवा पूरी नहीं कर लेते। मैंने उनसे पूछा, ऐसा क्यों? तो उन्होंने कहा कि अगर कभी तुम्हें लगे कि तुम्हारी नैतिकता या बौद्धिक ईमानदारी से समझौता हो रहा है, तो मैं चाहता हूं कि तुम्हें यह पता हो कि तुम्हारे सिर पर छत है। उन्होंने आगे कहा कि मेरे पिता ने कहा था कि वकील या जज रहते हुए कभी भी ये सोचकर अपने उसूलों से समझौता मत करना कि तुम्हारे पास अपना घर नहीं है।भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश (CJI) बनने जा रहे न्यायमूर्ति संजीव खन्ना ने आज न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट को और बेहतर बनाने के लिए उल्लेखनीय काम किया है। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) द्वारा आयोजित विदाई समारोह में न्यायमूर्ति खन्ना ने कहा कि चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट को सभी के लिए सुलभ बनाने की कोशिश की। न्यायमूर्ति खन्ना ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ के जाने से सुप्रीम कोर्ट में एक बड़ा खालीपन आएगा। उनके जाने से निश्चित रूप से नुकसान होगा।
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